फसलें बर्बाद, सब्जियों को भी हुआ नुकसान
अनूपपुर / किसानों अन्नदाताओं पर ऐसा लग रहा है कि भगवान भी नाखुश है हर वर्ष किसानों के साथ कुछ न कुछ समस्या बनी ही रहती है कही ज्यादा बरसात तो कभी अल्प बर्षा लगातार यही सिलसिला किसानों के साथ चला आ रहा है। जिले का किसान मानसून में हुई अत्याधिक बारिश के चलते फसलों के नुकसान से अभी उबर भी नहीं पाया था कि फरवरी महीने में एक बार फिर बेमौसम बरसात ने उन्हें डरा दिया है।शनिवार और रविवार को जिले के कई हिस्सो में बेमौसम हुई बारिश और ओलावृष्टि से जिससे खेत में खड़ी फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। तेज हवाओं के साथ शुरू हुई बरसात के बीच जिले के कई क्षेत्रों में ओलावृष्टि भी हुई। फिर से ठंड बढऩे के आसार लग रहे है।
फसलों और सब्जियों को भारी नुकसान
अनूपपुर में मौसम का मिजाज अचानक ठंडा हो गया है। रविवार दोपहर अचानक तेज हवाओं व गर्जन के साथ बारिश के बीच ओलावर्षि्ट से लोगो का जन जीवन प्रभावित हो गया है। तेज हवा के साथ हो रही बारिश से सिहरन काफी बढ़ गई है।ठंड से बचने के लिए लोग खुद को गर्म कपड़ों में समेटे नजर आए। वहीं गरज चमक व तेज हवा के साथ रुक रुक कर हुई बूंदा बांदी से ठिठुरन भी काफी बढ़ गई है।तेज बारिश के साथ ओलावर्षि्ट से किसानों के खतों में खड़ी फसल का अच्छा खासा नुकसान हुआ है । बरसात के कारण खेतों में काफी नमी के कारण दलहनी व तिलहनी फसलों सहित अलसी, मसूर व सब्जियों की खेती पर भी इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है ।
बेमौसम ओलावृष्टि की मार
2 दिन से बेमौसम हुई बरसात और ओलावृष्टि से अनूपपुर में फसलों को भारी नुकसान हुआ है। सरसों, आलू समेत सब्जी वाली फसलें चौपट हो गई हैं। गेहूं की फसल को क्षति पहुंची है। ओलावृष्टि से कई जगह खेतों में बर्फ की परत बिछ गई है। इससे किसानों को नुकसान बताया जा रहा है। अन्नदाता पर मौसम की मार पड़ी है।
कैसे होगी किसानों के नुकसान की भरपाई
2 दिन से लगातार बारिश और ओलावृष्टि से जो किसानों को नुकसान हुआ है उसकी भरपाई होना मुश्किल लग रहा है किसानों की खड़ी फसलें सब्जिया बर्बाद हो गई इस नुकसान से किसानों की भरपाई कहा से होगी सरकार अगर नुकसान का मुआवजा देती भी है तो ऊंट में मुँह में जीरे के समान होगी।
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