मौसम में बदलाव का अंदाज हर वर्ग के लिए भारी पड़ने लगा है। कभी अचानक तेज गर्मी, कभी पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के साथ ही बारिश के बाद सर्दी बढ़ जाने से लोगों के लिए परेशानी हो रही है। मौसम में बदलाव से चालीस फीसदी मरीज ऐसे बढ़ गए हैं, जो मामूली सी लापरवाही में सर्दी की चपेट में आ गए हैं और सर्दी, जुकाम व बुखार से परेशान हैं।
शनिवार को दिन में बादल छाए रहने से अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया जबकि न्यूनतम 14 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 19डिग्री था। दो दिन में ही चार डिग्री सेल्सियस का असर भी दिखाई दिया। तापमान केउतार -चढ़ाव होने पर स्वस्थ लोगों पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, जबकि पहले से बीमार लोगों को और परेशानी होती है। दिन में गर्मी और सुबह के समय सर्दी होती है। मौसम का यह बदलाव सर्दी, खांसी, बुखार, वायरल संक्रमण का खतरा बढ़ा रहा है। इस तरह की मरीजों की संख्या भी एक-दो दिनों से बढ़ी है। मौसम में जिस तरह का उतार- चढ़ाव मार्च में देखने को मिलता था, वो नजारा फरवरी में ही नजर आने लगा है। सुबह-शाम तो ठंडक हो रही है लेकिन दोपहर का मौसम हल्की गर्मी का अहसास करा रहा है। पिछले पंद्रह दिन पहले अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों की संख्या में कमी आई थी, लेकिन अब तीन- चार दिनों से यह संख्या लगातार बढ़ी है। शनिवार को 2875 नए मरीज इलाज कराने पहुंचे, जबकि लगभग इतने ही मरीज पुराने होते हैं। जिला अस्पताल के डॉ. आरपी सिंह ने बताया कि अधिकांश मरीज वायरल सर्दी-खांसी, बुखार के आ रहे हैं। बदलते मौसम में लोग अगर कुछ सावधानियां बरतें तो इन बीमारियों से आसानी से बचा जा सकता है। उनका कहना है कि सुबह व शाम को गर्म कपड़े पहनकर ही बाहर निकलना चाहिए। इन बीमारियों से बचने के लिए सफाई पर भी ध्यान देते हुए साफ व उबला पानी पीएं। हाथ धोने के बाद ही भोजन करें। सब्जियों को काटने के बाद अच्छी तरह से धो लें, जिससे बीमारियों से बचा जा सके।
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