धौलपुर, मिड डे मील सघन निरीक्षण कार्यक्रम के तहत जिले के उच्च माध्यमिक, माध्यमिक एवं प्राथमिक स्कूलों में पोषाहार का औचक निरीक्षण किया जाएगा। जिला कलक्टर राकेश कुमार जायसवाल ने बताया कि जिले के अधिकारियों को आवंटित की गई ग्राम पंचायतों के विद्यालयों का मिड डे मील, रिकॉर्ड एवं विद्यालय परिसरों में स्वच्छता का भी अवलोकन किया जाएगा। जिला कलक्टर राकेश कुमार जायसवालन स्वयं एवं अतिरिक्त जिला कलक्टर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी द्वारा मिड डे मील के तहत स्कूलों का निरीक्षण किया जायेगा। निरीक्षण के दौरान विद्यालय के स्टॉक रजिस्टर, मिड डे मील प्रभारियों को बदलने के दिए गए आदेशों के उपरान्त भी पूर्व में लगे मिड डे मील प्रभारी द्वारा कार्य किया जा रहा है या उसके स्थान पर दुसरे अधिकारी की नियुक्ति कर दी गई है, मसालों के बिल बाउचर महिला स्वयं सहायता समूह के हैं या किसी किराना स्टोर के बिल लगाये गये है इसका विशेष ध्यान रखते हुए निरीक्षण किया जाएगा। गुणवत्ता पूर्ण पोषाहार को लेकर जिले के सरकारी स्कूलों, मदरसों, अनुदानित स्कूलांे और विशेष प्रशिक्षण केन्द्रों का निरीक्षण किया जाएगा। इसमें विद्यार्थियों को किस प्रकार का पोषाहार दिया जा रहा है इसकी जॉच की जायेगी। जॉच में स्कूलों को 10 नम्बर तक अंक दिए जायेंगे। कम अंक मिलने वाले विद्यालयों पर कार्रवाई होगी। निरीक्षण में पोषाहार तथा अन्नपूर्णा दूध योजना के तहत मिलने वाले दूध की जॉच की जायेगी। ये निरीक्षण 27 और 28 फरवरी को होगा। निरीक्षण में स्कूलों को 10 अंक दिए जाएगे। इसमें स्कूलों को 7 अंक या इससे अधिक मिलने पर संतोषजनक, 5 से 7 में सुधार की जरूरत और 4 से कम अंक मिलने पर सुधार के लिए निर्देश दिए जाएंगे। जॉच के दौरान 4 से कम अंक आने पर निरीक्षणकर्ता को असंतोषजनक की टिप्पणी लिखनी होगी। आयुक्तालय मिड डे मील की ओंर से जारी आदेशों के तहत चयनित स्कूलों में से 20 प्रतिशत स्कूल ऐसे होंगे जो दूरस्थ व दुर्गम स्ािानों पर होंगे। इसके साथ ही ऐसे स्कूल जिनका 2 साल से एक बार भी निरीक्षण नही हुआ है, उनका प्राथमिकता से निरीक्षण किया जाएगा। उन्होने बताया कि निरीक्षण दल सबसे पहले भोजन की गुणवत्ता देखेगा। इसके अलावा स्कूल में रसोईघर है या नही, गैस कनेक्शन की स्थिति, बर्तन है या नही, खादयान के रखरखाव की स्थिति, उपलब्धता, भंडारण की स्थिति कैसी है आदि की जॉच करेगा। भोजन की व्यवस्था में मेन्यू के अनुसार मिल रहा है या नही, अध्यापक बच्चांे को भोजन परोसने से पहले स्वयं चखते है या नही, कुक कम हेल्पर के मानदेय की स्थिति, लेखा जोखा आदि की जॉच की जाएगी। अन्नपूर्णा दूध योजना में दूध की उपलब्धता, लाभान्वितांे की संख्या, दूध की गुणवत्ता, जॉच के लिए लेक्टोमीटर है या नही और दूध का रिकार्ड देखा जाएगा।
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