मुरैना / प्रदेश सरकार की मुख्यमंत्री मंत्री स्वरोजगार योजना ने श्रीमती कमला शर्मा को आत्मनिर्भर बना दिया। बी.एस.एन.एल. टावर के पीछे मेला ग्राउण्ड में रहने वाली श्रीमती कमला शर्मा ने बताया कि मैं एमएससी करने के बाद शिक्षित बेरोजगार थी। मेरे पति श्री शर्मा अखबार की लाईन में शुरू से हुई रूचि रखते थे, निजी प्रिन्टिंग प्रेस न होने के कारण अखबार दूसरों के यहां छपवाना उनके लिये मजबूरी थी। चूंकि अखबार के कार्य से बार-बार दिल्ली एवं भोपाल जाना पड़ता था, इस कारण उनकी अनुपस्थिति में दूसरों की प्रिन्टिंग प्रेस पर छपवाने के लिये काफी कठिनाई उठानी पड़ती थी। एक दिन मैं समाचार पत्र पढ़ रही थी, उस दौरान खादी ग्रामोद्योग द्वारा विज्ञापन प्रकाशित हुआ, जिसमें निजी उद्योग लगाने के लिये शासन द्वारा सब्सिडी प्रदान करने की बात कही थी। मेरे द्वारा पति के साथ खादी ग्रामोद्योग में आवेदन जमा किया। कुछ समय बाद पंजाब नेशनल बैंक से बैब ऑफसेट के लिये ऋण स्वीकृत हुआ। जब राशि खाते में आने से मैंने बैब ऑफसेट लगबाई, निजी बैब ऑफसेट होने से अखबार की छपाई में सुधार हुआ और अखबार समय पर प्रकाशित होने लगा। अब मैं शिक्षित होकर के भी बेरोजगार नहीं हूं। पति के साथ बराबर हाथ बटा रहीं हूं, जो आय होती है, उसको मैं उसमें से मैं बैंक का ऋण चुकता कर चूंकी हूं और शेष आय परिवार एवं बच्चो की पढ़ाई पर खर्च करती हूं। आज मैं आत्मनिर्भर हूं। यह सब प्रदेश सरकार की मुख्यमंत्री स्वरोजगार ने साकार किया है।
Comments
Post a Comment