सीएम किचन कैबिनेट के खिलाफ सज्जन की बगावत

भोपाल / कमलनाथ सरकार में वरिष्ठ मंत्री सज्जनसिंह वर्मा ने इंदौर के एक स्थानीय रेस्त्रां में दिल की बात थीम पर आयोजित कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन में सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली और एक तरह से कमलनाथ सरकार की किचन कैबिनेट के खिलाफ बगावती तेवर दिखाए। उन्होंने कहा है कि  इंदौर जैसी चाशनी वाली जगह पर अब हम राजनेताओं की सिफारिश पर नहीं, बल्कि सीएम किचन कैबिनेट की मर्जी से अधिकारी पदस्थ किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जनता की सरकार तो आ गई है, लेकिन ऐसा लगता है कि अभी कार्यकर्ताओं की सरकार नहीं आई है। 
श्री वर्मा ने कहा कि पंद्रह साल के भाजपा शासनकाल में हमने और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कैसे बिताए...हमने जो भोगा वह भगवान ही जानता है... मैं समझता हॅू उससे बड़ी पीड़ा हमें अपनी सरकार के इस एक साल के कार्यकाल मिली है। कांग्रेस कार्यकर्ता भाजपा शासनकाल में भी संघर्ष करता रहा और आज अपनी सरकार में भी वह संघर्ष ही कर रहा है।
जनता की सरकार आई, कार्यकर्ता की नहीं
श्री वर्मा ने पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा कि कमलनाथ सरकार जनता के लिए तो आ गई... भूमाफिया और असामाजिक तत्वों के खिलाफ जिस तरह से अभियान चलाया जा रहा है, उससे  अफसरशाली और जनता तो खुश है, लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ता आज भी हताश है...अपनी सरकार के आने का कार्यकर्ता को कोई फायदा नहीं मिला....कार्यकर्ता जिसने पंद्रह साल तक कांग्रेस का झंडा उठाए रखा.... जनता के हितों के लिए सड़क पर संघर्ष किया...आंदोलन किए और न जाने कितने बार जेल गए... और न जाने कितने अत्याचार झेले....और जब हमारी कांग्रेस सत्ता में आई तो वह अपनी ही सरकार की उपेक्षा का दंश झेल रहा है।
तो हमने जश्न मनाया था
श्री वर्मा ने कहा कि जिस दिन प्रदेश में कांग्रेस सत्ता काबिज हुई और कमलनाथ जी ने मुख्यमंत्री की शपथ ली थी, उस दिन हमारा दिल धड़ककर बाहर नहीं आया...हम इतने खुश थे...हमने खुशी में जश्र मनाया, खुशी में नाचे-गाए थे, लेकिन इस एक साल में कार्यकर्ता हतोत्साहित हुआ है...मेरा बस चले तो नगर निगम के टिकट बांटने की कमेटी कार्यकर्ताओं से बना दूं, और कहूं कि अब नगर निगम के टिकट तुम बांटो।
पुराना किस्सा सुनाया
श्री वर्मा ने दिग्विजय सिंह के मुख्यमंत्री काल का एक किस्सा भी सुनाया। वर्मा बोले कि तब देवास के कांग्रेस नेता जयसिंह ठाकुर को गिरफ्तार किया गया था। मैंने मुख्यमंत्री से फोन पर तत्कालीन देवास एसपी संजीव शमी की बात कराई तो उन्होंने इस अंदाज में बात की कि मुझे फोन छीनना पड़ा। वर्मा ने कैलाश विजयवर्गीय से दिग्विजय सिंह की बार-बार मुलाकातों और गले मिलते कान में बात करते फोटो जारी होने पर कहा कि शादी-ब्याह में आना जुर्म नहीं, लेकिन जिस तरह का वातावरण बनता है, उससे कार्यकर्ता मन मसोसता है कि हो क्या रहा है। सोचता है कि वे ही आज भी पॉवरफुल हैं जो 15 साल तक रहे और जनता का खून चूसते रहे।


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