दतिया घर में उज्जवला गैस कनेक्शन आ जाने से श्रीमती रामदेवी की जिंदगी अब बदल चुकी है। दतिया जिले के ग्राम मुरैरा में अपने घर में गैस चूल्हे पर खाना बनाते हुए रामदेवी के लिए खुशी का केाई ठिकाना नहीं रह गया है। दो साल पहले रामदेवी लकड़ियों एवं कंडों से खाना बनाती थीं। कमरे में खाना बनाने के लिए उन्हें काफी समय गुजारना पड़ता था और इस दौरान लकड़ियों से निकला धुआं उनकी सेहत के लिए हानिकारक बना हुआ था। लकड़ियों का धुआं फेंफड़ों के लिए भी खतरनाक था। बरसात में लकड़ियां लाने और गीली लकड़ियों पर खाना बनाना और ज्यादा मुश्किल था। लेकिन जिंदगी भर मिट्टी के चूल्हे पर खाना बनाने वाली रामदेवी केा जब उज्जवला योजना के तहत गैस सिलेण्डर मिल गया, तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। जब उन्होंने पहली बार गैस चूल्हे पर खाना बनाया, तो उन्हें अजीब-सा सुकून मिला। खाना बनाते समय ना धुआं लगा और नाहीं समय लगा। खाना भी जल्दी बन गया। रामदेवी गरीब परिवार से हैं और उनके पति दिहाड़ी मजदूर हैं। धुएं की वजह से रामदेवी को कफ की समस्या हो जाती थी। वह धुएं से मुक्ति चाहती थीं। आखिरकार उज्जवला योजना ने रामदेवी को इससे निजात दिला दी। अब उन्हें खाना बनाते समय किसी तरह की परेशानी नहीं होती। वह कहती हैं कि घर में गैस कनेक्शन आ जाने से बच्चे बहुत ही खुश हैं। अब खाना भी जल्दी बन जाता है।
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